जौनपुर। मुसलमानो के आख़री पैग़म्बरऔर दुनिया के महापुरषों में से एक हज़रत मुहम्मद मुस्तफा स०अ० और शीया मुसलमानो की आस्था के मुताबिक़ छठे इमाम हज़रत इमाम जाफर सादिक़ अलै० की यौमे विलादत(जनम दिन) इस्लामिक कैलेंडर के रबिअववल माह की 17 तारीख़ को पूरी दुनिया में बड़ी ही शानो-शौकत के साथ मनाया जाता है। इसी क्रम में शिराज़-ए-हिन्द के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर जनपद जौनपुर शहर के मध्य स्थित ऐतिहासिक और विशालकाय कल्लू की इमामबारगाह में इस पुर मुसर्रत मौके पर एक महफिल (बज़्मे-जाफ़री ) का आयोजन दिन में एक बजे से किया गया है। इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन अंजुमन जाफ़री ने किया है। अंजुमन के सदर ज़ीशान हैदर, महासचिव तहसीन शाहिद, सक़लैन भाई, मुन्ना अकेला ने सभी अकीदतमंदों, चाहने वालों से शिरकत की पुरख़ुलूस गुज़ारिश की है।
Saturday, 17 December 2016
हज़रत मुहम्मद (स०अ०) की यौमे वेलादत पर बज़्मे-जाफ़री का आयोजन।
जौनपुर। मुसलमानो के आख़री पैग़म्बरऔर दुनिया के महापुरषों में से एक हज़रत मुहम्मद मुस्तफा स०अ० और शीया मुसलमानो की आस्था के मुताबिक़ छठे इमाम हज़रत इमाम जाफर सादिक़ अलै० की यौमे विलादत(जनम दिन) इस्लामिक कैलेंडर के रबिअववल माह की 17 तारीख़ को पूरी दुनिया में बड़ी ही शानो-शौकत के साथ मनाया जाता है। इसी क्रम में शिराज़-ए-हिन्द के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर जनपद जौनपुर शहर के मध्य स्थित ऐतिहासिक और विशालकाय कल्लू की इमामबारगाह में इस पुर मुसर्रत मौके पर एक महफिल (बज़्मे-जाफ़री ) का आयोजन दिन में एक बजे से किया गया है। इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन अंजुमन जाफ़री ने किया है। अंजुमन के सदर ज़ीशान हैदर, महासचिव तहसीन शाहिद, सक़लैन भाई, मुन्ना अकेला ने सभी अकीदतमंदों, चाहने वालों से शिरकत की पुरख़ुलूस गुज़ारिश की है।
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