Sunday, 25 December 2016

समाजवादी पार्टी मे टिकट बटवारे को लेकर मचा घमासान।

लखनऊ। कुछ दिनों से ऐसा लगने लगा था कि सपा में सब ठीक है और पार्टी एकजुट होकर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। लेकिन ये सच नहीं है, आज इसके साफ संकेत मिल गए जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कुल 403 उम्मीदवारों की सूची मुलायम सिंह यादव को भेजी जबकि प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव पहले ही 175 उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल कर चुके हैं। मामला इतने पर शांत नहीं हुआ ।फ़ौरन जवाबी कारवाई में शिवपाल यादव ने ट्वीट कर कहा की पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उम्मीदवारों का चयन जीत के आधार पर होगा। तो कुल मिलाकर सपा में घमासान के स्पष्ट संकेत हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी एकजुट रह पायेगी इसमें संदेह है। इस प्रकार प्रदेश की राजनीति में हर रोज़ नए समीकरण बन बिगड़ रहे हैं ऐसे में कोई भविष्यवाणी करना आसान नहीं है। और सपा की मुश्किल ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही है जो पार्टी के लिए शुभ संकेत तो नहीं है।

Monday, 19 December 2016

बदले हुये, सधे और आक्रामक तेवर में नज़र आये राहुल गांधी जौनपुर में।

जौनपुर। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज यूपी के जौनपुर में बी आर पी कॉलेज के मैदान में जनाक्रोश रैली में जनता से मुख़ातिब थे। रैली में उमड़े विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुये आज उन्होंने विरोधियों को करारा जवाब दिया। बड़े ही सधे अंदाज़ में आक्रामक तेवर के साथ नोट बंदी की खामियों को बड़े ही सिलसिले वॉर ढंग से प्रस्तुत करने, प्रधानमंत्री मोदी के जनविरोधी रुख़ को बताने और खुद को आमजन के साथ जोड़ने में वो ज़बरदस्त कामयाब रहे। नोट बंदी को कभी दूसरे महायुद्ध के अग्नि वर्षक बम से मिसाल दी तो कभी 15 लाख हर अकाउंट में न पंहुचा पाने को याद दिलाया तो कभी विदेशों में जमा काले धन की वापसी न होने और काले कुबेरों के नाम न उजागर करने की बात उठाई। राहुल गांधी ने 99 प्रतिशत आम लोगों गरीबों ,मज़दूरों, किसानो को नोट बंदी से होने वाली परेशानी और 1 प्रतिशत धनाढ्य लोगों को आसानी पहुचाने की सरकार की मंशा को उजागर किया। उन्होंने कैशलेस इकॉनोमी के सरकार के फैसले की बखिया उधेड़ी तथा इसे भारतीय समाज पर थोपने का विरोध किया। श्री गांधी ने नोटबंदी के फैसले से गरीबों के पैसे से अमीरों के क़र्ज़ माफ़ी को भी जनता को बख़ूबी बताया। नोटबंदी के फैसले के पहले भाजपा के विभिन्न प्रान्त में खरीदी गयी ज़मीन के तथ्य भी लोगों को बताये। राहुल ने कहा काला धन, रियल स्टेट, विदेश, गोल्ड आदि में है उसपर हाथ न डाल कर कैश पर हाथ डालकर गरीबों के खून चूसने का काम हुआ है। बहरहाल इस जौनपुर की इस विशाल रैली में राहुल खुद को आमजन के साथ जोड़ने, सरकार पर बाक़ायदा हमलावर रहने और सरकार की नीति को जनविरोधी बताने और धनकुबेरों का हितैषी बताने में कामयाब रहे। भीड़ से गदगद राहुल गांधी ने स्थानीय विधायक नदीम जावेद की जमकर तारीफ की। पूर्वांचल की इस कामयाब रैली में राहुल के अंदाज़ से कहा जा सकता है कि बदले-बदले से मेरे सरकार नज़र आते हैं और ये जनाक्रोश रैली बेशक कांग्रेस के लिये एक बेहतरीन आग़ाज़ है। 

Saturday, 17 December 2016

हज़रत मुहम्मद (स०अ०) की यौमे वेलादत पर बज़्मे-जाफ़री का आयोजन।



जौनपुर। मुसलमानो के आख़री पैग़म्बरऔर दुनिया के महापुरषों में से एक हज़रत मुहम्मद मुस्तफा स०अ० और शीया मुसलमानो की आस्था के मुताबिक़ छठे इमाम हज़रत इमाम जाफर सादिक़ अलै० की यौमे विलादत(जनम दिन) इस्लामिक कैलेंडर के रबिअववल माह की 17 तारीख़ को पूरी दुनिया में बड़ी ही शानो-शौकत के साथ मनाया जाता है। इसी क्रम में शिराज़-ए-हिन्द के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर जनपद जौनपुर शहर के मध्य स्थित  ऐतिहासिक और विशालकाय कल्लू की इमामबारगाह में इस पुर मुसर्रत मौके पर एक महफिल (बज़्मे-जाफ़री ) का आयोजन दिन में एक बजे से किया गया है। इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन अंजुमन जाफ़री ने किया है। अंजुमन के सदर ज़ीशान हैदर, महासचिव तहसीन शाहिद, सक़लैन भाई, मुन्ना अकेला ने सभी अकीदतमंदों, चाहने वालों से शिरकत की पुरख़ुलूस गुज़ारिश की है।

Wednesday, 14 December 2016

जौनपुर का प्रसिद्ध एवं स्वादिष्ट दोहरा यानि मीठा ज़हर।

 Gutkaजौनपुर का मशहूर और स्वादिष्ट दोहरा यहाँ मिलता है।शहर के हर गली कोने में जनरल स्टोर चाय पान की दुकान पर लिखा मिल जायेगा।जौनपुर के बाशिंदे और यहाँ नौकरी व्यापार या फिर किसी और सिलसिले से यहाँ आने जाने वाले इससे बख़ूबी वाकिफ़ हैं।हैरत की बात ये की न कोई मानक न रजिस्ट्रेशन न टैक्स फिर भी ये गोरखधंधा ख़ूब फल-फूल रहा है।बताया जाता है की इसके खाने वाले न जाने कितने मुंह के कैंसर का शिकार होकर मौत की आग़ोश में समां चुके। कितनो का मुंह ही खुलना बंद हो गया।जहाँ एक तरफ इसके उत्पादक इसकी कमाई से लाखों रुपये महीना कमाकर तिजोरी भर रहे वहीँ इसे खाने वाले अब तक सौ से ज़्यादा लोगों के मरने की चर्चा आम है।सुपारी चूना कत्था के अलावा बताते हैं की इसमें अफीम जैसे नशीले पदार्थ और न जाने क्या क्या मिलाया जाता है। जिससे इसे खाने की लत हो जाती है और फिर धीरे-धीरे खाने वाले का मुंह बंद होना तथा अन्य जानलेवा बीमारी दस्तक देना शुरू करती है। और अक्सर नतीजा मौत तक जाकर ही रुकता है।ये गोरखधंधा और मौत का सिलसिला कब रुकेगा लोग जानना चाहते हैं। नौजवान बड़ी तादाद में इसका शिकार हैं।वर्तमान जिलाधिकारी महोदय भानुचंद्र गोस्वामी जी ने जनपद के लिये कई उल्लेखनीय कार्य किये हैं। लोगों की बड़ी उम्मीदें हैं की वो इसपर प्रतिबन्ध लगाकर घरों को उजड़ने से बचाएंगे।

एजाज़ असकरी ईमानदार और कर्मठ कर्मचारी--प्रमुख सचिव राजस्व अरविन्द कुमार।

लखनऊ। प्रमुख सचिव राजस्व उत्तर प्रदेश शासन श्रीअरविन्द कुमार (आई ०ए०एस) ने कहा कि सयैद एजाज़ असकरी एक ईमानदार और कर्मठ कर्मचारी रहे जो मौजूदा वक़्त में हम सभी के लिए एक मिसाल हैं। अशोक मार्ग, हज़रतगंज स्थित चकबंदी निदेशालय (इंदिरा भवन) में आयोजित चकबंदी आयुक्त के पी०ए० पद से सेवानिवृत श्री असकरी के सम्मान समारोह में बोलते हुये श्री कुमार ने कहा की बतौर चकबंदी आयुक्त  कम ही समय में इनकी कार्यशैली ने मुझे प्रभावित किया। निदेशालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजकुमार सिंह ने इनकी भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुये बीते समय के अनुभव बताये। अपर संचालक सुरेश यादव,सयुंक्त संचालक रविन्द्र दुबे, वित्त नियंत्रक नीरज श्रीवास्तव, चकबंदी अधिकारी परवेज़ अख़्तर अंसारी आदि अधिकारी/कर्मचारियों ने सम्मान समारोह को संबोधित किया। उपस्थित सभी लोगों ने माल्यार्पण भी किया। अंत में प्रमुख सचिव/चकबंदी आयुक्त ने पूरे स्टाफ की तरफ से उन्हें उपहार भी दिया। मीटिंग हाल में चले इस सम्मान समारोह से भाव विभोर श्री एजाज़ असकरी ने सभी को ह्रदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।

Sunday, 11 December 2016

आज़मी ट्रस्ट ने किया गरीबों में रजाई वितरण।

जौनपुर। गत वर्षों की तरह इस साल भी डॉ ए०यू ०आज़मी मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वाधान में अटाला मस्जिद के पीछे रज़ाई वितरण कैम्प का आयोजन किया गया।जिसमे शहर के लगभग हर मोहल्ले के 700 लोगों को रज़ाई वितरण किया गया। ट्रस्ट के मुखिया कमाल आज़मी आवाहन किया कि प्रदेश के गरीबों के हालात को सुधारने के लिए लोगों को आगे आकर स्वास्थ्य, शिक्षा आदि पर काम करना चाहिए। रज़ाई वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्य अतिथि भानु चंद गोस्वामी ने ट्रस्ट द्वारा किये जा रहे कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा किया।कार्यक्रम के विशिस्ट अतिथि अतुल कुमार सक्ससेना एस०पी० जौनपुर ने भी इस पुनीत कार्य की तारीफ किया। कार्यक्रम को सरदार हुसैन बबलू, जयप्रकाश सिंह एडवोकेट आदि ने संबोधित किया। संचालन मज़हर आसिफ ने किया।अंत में ट्रस्ट के संरक्षक अतीकुररहमान आज़मी ने मुख्य अतिथि, विशिस्ट अतिथि तथा आये हुये सभी मेहमानो का शुक्रिया अदा किया।

Monday, 21 November 2016

दरिया के बीचो-बीच कर्बला के प्यासों का मातम।

जौनपुर। शीराज़े-हिन्द जौनपुर बेशक अज़ादारी का मरकज़ है। न जाने कितने तारीख़ी जुलूस, इमामबारगाह, मजलिसों को ये अपने दामन में समेटे है। इसी सिलसिले का एक तारीख़ी और अपने किस्म का अनूठा जुलूस गोमती नदी के किनारे अली घाट पर अंजुमन सज्जादिया के ज़ेरे एहतेमाम पूरी शानो-शौकत के साथ मनाया जाता है 20 सफ़र को हज़रत इमाम हुसैन के चेहलुम के दिन जिसे दरिया के अलम के नाम से मक़बूलियत हासिल है। हज़ारों की तादाद में मर्दों, औरतों और मौजूदगी के बीच मजलिस को ख़िताब किया मौलाना महफूज़ खान साहब ने किया। पहली तक़रीर मौलाना हसन अकबर ने, दरमियानी रज़ी बिस्वानी और आख़री तक़रीर डॉ क़मर अब्बास ने किया। नेज़ामत असलम नक़वी साहब ने बख़ूबी किया। मेहँदी आब्दी और बाबू ने सभी ज़ायरीन का अंजुमन सज्जादिया की जानिब से इस्तेकबाल किया। ऐसा पुर कशिश मंज़र की कर्बला की याद ताज़ा हो जाय। बाद ख़त्म मजलिस ज़ुल्जना, अलम का दरिया में जाना हुसैनी जवानों का दरिया के बीचो-बीच मातम और फिर मातमी अंजुमन का दरिया से निकलते वक़्त मौला अब्बास का अलम और जनाबे सकीना के ताबूत का मिलना और हज़ारों की तादाद में मौजूद हुसैनियो के बीच रोने-पीटने का कोहराम बरपा होना। ऐसा मंज़र शायद पूरी दुनिया में कहीं हो। दरिया के पूरे एक हिस्से और अली घाट पर चारों तरफ बस या हुसैन, या हुसैन और हुसैनी मातम दारों का हुजूम। जिसने भी एक बार इस मंज़र को देखा वो कभी भूल नहीं सकता। इतना ही नहीं अंजुमन, तंजीमों और मोहल्ले वालों की तरफ से पानी, चाय की सबील खाने का इफरात इंतेज़ाम भी क़ाबिले ज़िक्र है।