Friday 29 January 2016

शिक्षक डटे, डी आई ओ एस अब भी लापता, कल से तालाबंदी। आंदोलन का तीसरा दिन।

माध्यमिक शिक्षक संघ के आंदोलन का आज तीसरा दिन था। लेकिन अभी तक हालात जस के तस। आंदोलन का रुख़ आक्रामक होता जा रहा है। शिक्षक आक्रोशित हैं। पर ज़िला विद्यालय निरीक्षक आज भी कार्यालय पर नज़र नहीं आये। प्रांतीय मंत्री रमेश सिंह के नेतृत्व में चले तीसरे दिन  विशाल धरना/प्रदर्शन में तय पाया गया की कल से सम्पूर्ण तालाबंदी होगी। संचालन जिलामंत्री सुधाकर सिंह ने किया। सभा को डॉ राकेश सिंह सहित कई नेताओं ने संबोधित किया। नेताओं का कहना था की प्रशासन अपने रुख़ से बाज़ आये वरना आंदोलन तेज़ होगा।और जीत न्याय की होगी। हठधर्मिता से बाज़ आएं अधिकारी।

स्मार्ट सिटी। प्रधानमंत्री देने में अव्वल उत्तर प्रदेश 20 की लिस्ट से बाहर।

प्रधानमंत्री देने में अव्वल उत्तर प्रदेश स्मार्ट सिटी की 20 की लिस्ट से बाहर हो गया है। जिसमे प्रधानमंत्री का संसदीय हल्क़ा वाराणसी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह का लखनऊ भी है। पिछले लोकसभा चुनाव में यूपी ने बीजेपी की झोली में इफरात सीटें डालीं थी पर इस ख़बर से प्रदेश वासियों को निराशा हाथ आयी है। अब इसके लिये चाहे कोई भी तकनीकी बिंदु बताये जाएं पर सच ये है कि प्रदेश वासियों ने अपने आ को अपमानित महसूस कर रहे हैं ।बहर हाल अब सिवाय अफ़सोस के और कोई रास्ता भी तो नहीं। राजनीति की खेती करनी हो सरकार बनानी हो तो यूपी और स्मार्ट सिटी की बात हो तो बनारस 96 वें स्थान पर जबकी बनारस ने आपको पहला स्थान दिया था मोदी जी।

Thursday 28 January 2016

भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ माध्यमिक शिक्षक संघ के विशाल धरना/प्रदर्शन का दूसरा दिन।

जौनपुर।जिला विद्यालय निरीक्षक की कार्यशैली और कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ माध्यमिक शिक्षक संघ ने आंदोलन का बिगुल पहले ही फूँक दिया है। 28 जनवरी को आज लगातार दूसरे दिन विशाल धरना/प्रदर्शन किया। भारी संख्या में उपस्थित शिक्षकों के गगन भेदी नारों इंक़लाब ज़िंदाबाद, शिक्षक एकता ज़िंदाबाद के बीच चली इस कामयाब धरना सभा को संबोधित करते हुये संगठन के प्रांतीय मंत्री रमेश सिंह का कहना था की डी आई ओ एस मुख्यमंत्री के निर्देशों का खुला उल्लंघन कर रहे हैं। उनका कहना था की अधिकारी का कार्यालय से पलायन हमारी समस्याओं के निस्तारण के प्रति उदासीनता और शासन के निर्देशो का जानबूझ कर अनदेखा करना है जो संघ किसी हाल में चलने नहीं देगा। मंडल मंत्री प्रमोद श्रीवास्तव का कहना था कि कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को इनकी ग़ैर हाज़िरी से बढ़ावा मिलता है। पूर्व ज़िला अध्यक्ष डॉ राकेश सिंह का कहना था कि अब समय आर-पार की लड़ाई का है यदि कल तक डी आई ओ एस उपस्थित नहीं होते तो संग़ठन तालाबंदी के लिये कटिबद्ध है। ज़िला अध्यक्ष नरसिंह बहादुर सिंह का कहना था कि जबतक अधिकारी की कार्यशैली में सुधार नहीं होता और कार्यालय में भ्रष्टाचार ख़त्म नहीं होता आंदोलन जारी रहेगा। संचालन जिलामंत्री सुधाकर सिंह ने किया। धरना सभा में प्रेम बहादुर सिंह, अतुल सिंह, विजय बहादुर यादव,राणा प्रताप सिंह, जय प्रकाश सिंह,विनय ओझा, बी पी जान,जय किशुन यादव,मो आज़म खान, दिलीप सिंह,सतीश सिंह,गजाधर राय, राजकुमार सिंह,विजेंद्र सिंह,समर बहादुर आदि ने संबोधित किया।

Wednesday 27 January 2016

ये अमेरिका नहीं बिहार है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। सुशासन बाबू के विकास की एक झलक।

हैरत अंगेज़ लेकिन सच । सुशासन बाबू का विकास दिखने लगा है जो बिहार कभी टूटी और गड्डा युक्त सड़कों के लिए जाना जाता था। ये उसी बिहार की नई पहचान है। प्रदेश् विकास करें देश विकास करे एक भारतीय होने के नाते हमें इससे ज़्यादा ख़ुशी और क्या होगी। 

डी.आई.ओ.एस. के भ्रष्टाचार और फरार रहने पर माध्यमिक शिक्षक संघ आंदोलित ।

जिला विधालय निरीक्षक जौनपुर के कार्यालय से फरार रहने और भ्रष्टाचार में लिप्त रहने के कारण आक्रोशित माध्यमिक शिक्षक संघ ने बुधवार से अनिश्चित कालीन अनशन/धरने का आग़ाज़ किया। इतना ही नहीं संघ ने साफ शब्दों में चेतावनी भी दिया की यदि फरार डी. आई. ओ.एस. 29 जनवरी तक कार्यालय पर उपस्थित नहीं हुये तो माध्यमिक शिक्षक संघ 30 जनवरी से कार्यालय पर पूरी तरह तालाबंदी करने को बाध्य होंगे। इतना ही नहीं संघ ने प्रकरण से डी.ऍम. जौनपुर को भी अवगत करा दिया गया है। माध्यमिक शिक्षक संघ के जुझारु और हर दिल अज़ीज़ नेता रमेश सिंह का कहना था की हम हक़ और न्याय की लड़ाई से बाज़ नहीं आएंगे। माध्यमिक शिक्षक संघ न तो भ्रस्टाचार बर्दाश्त करेगा और न ही मनमानी। इस अवसर पर समस्त पदाधिकारी और सक्रीय सदस्य भारी संख्या में मौजूद रहे।

Sunday 24 January 2016

मौलाना मिर्ज़ा अतहर के स्वास्थ्य में तेज़ी से सुधार। चाहने वालों ने ली राहत की साँस।

ख़तीबे-अकबर मौलाना मिर्ज़ा अतहर साहब की सेहत में तेज़ी से सुधार हुआ है। जिससे चाहने वालों ने राहत की साँस ली है। लोगों की दुआओं का असर दिखने लगा है। दुनिया के माने-जाने ख़तीब जिनके क़ायल पूरी दुनिया में हैं का इलाज लखनऊ के एक निजी चिकित्सालय में चल रहा है। प्राप्त ख़बरों के मुताबिक़ उनकी हालत में तेज़ी से सुधार है जिसके चलते उनके चाहने वालों ने राहत की साँस ली है की उनकी दुआ मक़बूल हो रही है। मालिक उनको जल्द से जल्द मुकम्मल शिफ़ा दे । सेहतियाब हों ऐसी लोगों की दुआ और ख़्वाहिश दोनो है।

अस्सी लाख की लागत से बना फातमान बनारस में मौला अली का रौज़ा

बनारस की तारीख़ी इमामबारगाह फातमान जहाँ मासूमीन के रौनक़ अफ़रोज़ रौज़े तारीख़ी जुलूस और प्रोग्राम जिसके लिए ये पूरी दुनिया में मक़बूल है। इमाम बारगाह के मुतवल्ली सयैद अब्बास रिज़वी शफ़क़ भाई के ज़ेहन में ख़्याल आया की क्यों न नजफ़ की तर्ज़ पर यहाँ भी मौलाए कायनात के रौज़े की तामीर की जाय। बस शफ़क़  भाई और उनके सहयोगियों ने इस पर काम शुरू कर दिया। सिविल इंजीनियर सयैद हुसैन हादी ने मेहनत-मशक़्क़त के साथ इसकी डिज़ाइन तैयार किया और उसमे चार चाँद लगाया नफीस ज़ैदी ने। कोई लगभग दो साल पहले इस्लामिक कैलेंडर के माह रजब में इसका आगाज़ हुआ। फिर तो आक़ा के अज़ादारो ने अपनी हैसियत के मुताबिक़ बढ़-चढ़ कर इसकी तामीर में सहयोग किया। शफ़क़ भाई की पुरख़ुलूस कोशिश रंग लाई। लगभग दो साल के वक्फे और कोई 80 लाख की लागत से ख़ूबसूरत और रौनक़ अफ़रोज़ रौज़ा बनकर तैयार हुआ। काम अभी भी जारी है फिनिशिंग का।हादी साहब इंजीनियर और नफीस भाई ने इसके निर्माण के दौरान इस बात का पूरा ख्याल रखा की जैसा तसव्वर है तामीर भी वैसी हो। शफ़क़ भाई और उनके वो साथी जिनकी कोशिशों काविशों का ये नतीजा है और जिन्होंने पुरख़ुलूस सहयोग किया। मालिक मौला के सदके में कामयाबी नेकी अता करे।

Friday 22 January 2016

मौलाना मिर्ज़ा मोहम्मद अतहर की हालत नाज़ुक ।

ख़तीबे-अकबर मौलाना मिर्ज़ा मोहम्मद अतहर की हालत नाज़ुक बनी हुइ है।लखनऊ के कपूरथला महानगर स्थित  मिडलैंड हॉस्पिटल में किडनी ख़राब होने की वजह से आज शाम 7 बजे से डियालिसिस पर रखा गया है। हमसे मोबाइल पर  मिडलैंड के चिकित्सक डॉ नाज़िर अब्बास ने बात करते हुये बताया की मौलाना की हालत नाज़ुक होने के कारण डियालिसिस पर रखा गया है जो रात दस बजे तक चलेगी। हॉस्पिटल में मौजूद मौलाना याशूब अब्बास ने लोगों से दुआ की अपील किया है। उल्लेखनीय है की मौलाना मिर्ज़ा अतहर की खिताबत के क़ायल पूरी दुनिया में हैं और सब की दुआ है की मालिक उन्हें शिफ़ा दे सेहतियाब करे।

महामना एक्सप्रेस जौनपुर को नहीं भूले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। ख़ुशी की लहर।

महामना एक्सप्रेस का जौनपुर में भी ठहराव होने से जनपद वासियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी। लोगों ने हर्ष व्यक्त किया कि आधुनिक सुविधायुक्त इस ट्रेन के संचालन में पी ऍम ने जौनपुर को याद रखा। उल्लेखनीय है कि पिछले कई दशक से ट्रेनें तो कई चलीं जैसे बेगमपुरा, आकलतख्त आदि पर ये सारी ट्रेन का ठहराव जौनपुर में नही हुआ। इतना ही नहीं जब ये सभी ट्रेन सुल्तानपुर और नेहालगढ़ स्टेशन पर रुकतीं तो जनपद वासियों को ज़िल्लत का एहसास होता था।पर पी ऍम मोदी ने जौनपुर की भावनाओं का सम्मान किया ये बड़ी बात है।हफ्ते में तीन दिन मंगल, गुरुवार,शनिवार को चलने वाली ये ट्रेन वाराणसी से 6-35 बजे शाम में चलकर 7-39 पर जौनपुर पहुंचेगी और दूसरे दिन सुबह 8.25 पर दिल्ली पहुंचेगी। बायो टॉयलेट , एल इ डी टी वी, म्यूज़िक सिस्टम, सहित ढेरों सुविधाओं से लैस ये ट्रेन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को दिल्ली से 8-25 बजे सुबह चलकर दूसरे दिन सुबह 8.25 पर वाराणसी पहुंचेगी। ऑटो विण्डो हर बर्थ पर मोबाइल लैपटॉप चार्जिंग सुविधा बटन दबाकर कोच अटेंडेंट को बुलाने की सुविधा तथा फायर प्रूफ कोच सहित सपनो सरीखी सुविधाएँ हैं इसमें। तो है न आश्चर्यजनक और अच्छा।

Thursday 21 January 2016

सेण्ट जॉन्स ने नहीं माना ज़िलाधिकारी जौनपुर का आदेश।

जौनपुर। यूं तो कान्वेंट स्कूल वालों की मनमानी कोई नई बात नहीं है। चाहे वो फीस वसूली हो या फिर शासन-प्रशासन की नीतियों और निर्देश का उल्लंघन। पर हद तो तब हो गई जब आज ज़िलाधिकारी जौनपुर भानु चंद गोस्वामी ने 1 से 5 तक के सभी सरकारी गैर सरकारी स्कूल 22 जनवरी को शीतलहरी के चलते बंद करने के निर्देश जारी किये। पर सेण्ट जॉन्स स्कूल सिद्दीकपुर जौनपुर ने उसमे संशोधन करते हुये सिर्फ 3 तक के क्लास के स्कूल बंद होने और 4-5 के खुले होने की सूचना आज शाम 7.30 बजे अभिभावकों को भेजी है। तो ये ज़िलाधिकारी के निर्देश का साफ उल्लंघन नहीं तो और क्या है।

Tuesday 19 January 2016

ख़राब मौसम में उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ का राजधानी में शानदार धरना/प्रदर्शन।

मंगलवार को राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के लगभग सभी ज़िलों में सुबह से ही लगातार कभी धीरे तो कभी तेज़ बारिश होती रही इसके बावजूद उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय आवाहन पर दिनांक 19, 20 एवं 21 जनवरी को जी0पी0ओ0 पार्क लखनऊ में आयोजित धरने में भाग लेने पूरे प्रदेश के कोने-कोने से ट्रेन- बस और अन्य माध्यमों से कर्मचारियों के जत्थे सुबह से लेकर दोपहर बाद तक कर्मचारी एकता ज़िंदाबाद- राज्यकर्मचारी महासंघ ज़िंदाबाद,इंक़लाब ज़िंदाबाद के नारे लगाते अपने जनपदों के बैनर लिए इस विशाल धरने में शामिल होने पहुँचते रहे। तीन दिवसीय धरने के पहले दिन कर्मचारियों के इस विशाल हूजूम से मुख़ातिब अध्यक्ष अजय सिंह और महामंत्री बजरंग बली यादव का सयुंक्त रूप से कहना था की यह धरना सातवें वेतन आयोग में न्यूनतम वेतन 26000/  प्रतिमाह दिए जाने सहित 32 सूत्रीय मांगों को पूरा कराना है।उन्होंने चेतावनी देते हुये कहा की यदि केंद्र और राज्य सरकार ने कर्मचारियों की मांग को अनदेखा करने का काम किया तो प्रदेश का कर्मचारी इंक़लाबी व् ऐतिहासिक आंदोलन प्रारम्भ करेगा जिसकी यह शुरवात है। उनका कहना था की आज के इस धरने के माध्यम से हम केंद्र के कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन करते हैं। धरने को प्रदेश के अन्य कर्मचारी नेताओं ने भी संबोधित किया। जनपद जौनपुर से गए सैकड़ों कर्मचारियों का नेतृत्व अशोक सिंह, अजय सिंह, संजय चौधरी कर रहे थे।

बारिश ने मौसम का मिजाज़ बदला। डी एम ने 1 से 5 तक के स्कूल 21 तक के लिये किये बंद।

जौनपुर। जनवरी के आधे महीने तक ऐसा लगता था कि शायद ठण्ड इस बार रूठी हुइ है। पर मंगलवार की भोर से ही मौसम ने ऐसी करवट लिया कि शाम होते-होते चारों तरफ बारिश -ठंडक शीत- लहर ने पूरी तरह क़ब्ज़ा कर लिया था। जी हाँ सुबह से शाम तक कभी धीरे तो कभी तेज़ बारिश ने मौसम का रूख़ बदल कर रख दिया। फिर तो अलाव,रज़ाई, गर्म कपड़े, के अलावा लोगों को कुछ नहीं सूझा। जैसे-तैसे अपने काम निबटा कर लोगों ने घर का रूख़ किया। ठण्ड का असर मंगलवार को आयोजित तहसील दिवस, कचहरी,दफ्तरों और स्कूलों पर भी साफ दिखा।इस बारिश ने निराश किसानों और गर्म कपड़ों के कारोबारियों में जैसे उम्मीद का दिया रौशन कर दिया। शीतलहर/ठण्ड को देखते हुये जिलाधिकारी जौनपुर भानु चंद गोस्वामी ने 1 से 5 तक के सभी बोर्ड के स्कूल 21 जनवरी तक बंद करने के निर्देश जारी किये हैं। साथ ही 6 से 8 तक के स्कूल 10 बजे से खोलने के निर्देश जारी किये हैं।

Monday 18 January 2016

जमदहाँ में ज़रूरतमंदों में रज़ाई वितरण कैम्प का सफल आयोजन।

जौनपुर।पूर्व सांसद स्वर्गीय डॉ ए.यू.आज़मी के पुत्र जौनपुर के सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता हरदिल अज़ीज़ कमाल आज़मी की रगों में जनसेवा कूट-कूट कर भरी है।तभी तो कभी रज़ाई वितरण तो कभी कम्बल वितरण सहित असहायों की मदद का कोई मौक़ा नहीं चूकते। गरीबों की मदद इनकी फितरत और आदत है। इतना ही नहीं अपने साथियों को भी इस कार्य के लिए प्रेरित करते रहते हैं।इसी क्रम में जनपद मुख्यालय से कोई 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शाहगंज तहसील के गांव जमदहाँ में हाजी ज़हीर अहमद मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वाधान में उर्दू प्राथमिक विद्यालय में शरद ऋतु में गरीबों के लिये रज़ाई वितरण कैंप का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के उपाध्यक्ष मोहम्मद इसराइल ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुये आवाहन किया कि गांव के जो लोग भी सक्षम हैं उन्हें आगे आकर गांव और देश के स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मामलात में निस्वार्थ कार्य करना चाहिये। वितरण कैंप में गांव के 300 ज़रूरतमंदों को रज़ाई वितरित किया गया। कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुये अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने कहा की अगर ऐसे ही जज़्बे से लोग काम करें तो ये देशहित में होगा। मौजूद लोगों से मुखातिब कमाल अज़ीज़ आज़मी का कहना था की यह कार्य किसी पर एहसान नहीं बल्कि महज़ इंसानी फ़रीज़ा है। जिसका अज्र अल्लाह हमें देगा। उनका कहना था की मालिक ने हमें एक दूसरे की मदद के लिए ही भेजा है।कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख लोगों में सरदार हुसैन बबलू, हाजी अली हैदर,नसरुद्दीन,मोहम्मद हारून, कमाल अहमद,शमीम अहमद,मोहम्मद आरिफ,डॉ शौकत, मोहम्मद शाहिद,मोईन अहमद, फ़िरतु राम बिंद चंद्रशेखर यादव,मो तय्यब आदि रहे।

Sunday 17 January 2016

वतन से मुहब्बत और सोशल मीडिया


जौनपुर | वतन से मुहब्बत और सोशल मीडिया जब दोनों मिल जाएँ तो "हमारा जौनपुर डॉट कॉम " जौनपुर सिटी डॉट इन " और "जौनपुर अज़ादारी डॉट कॉम" जैसे वेब पोर्टल का जन्म हुआ करता है |
आज से पांच वर्ष पहले जब एस एम मासूम ने अंतरजाल की रहस्यमयी ,ताक़तवर दुनिया और मीडिया की ताक़त को समझा तो मैंने उन्होंने सोचा क्यूँ ना अपने वतन जौनपुर के लिए कुछ किया जाय जिस से जौनपुर जिसे शिराज़ ऐ हिन्द कहा जाता है उसे विश्व में वो स्थान हासिल हो सके जो उसे मिलना चाहिए था और जौनपुर वासियों की प्रतिभाओं को विश्व के सामने लाया जा सके |

इसी सोच और जौनपुर को विश्व के मानचित्र पर लाने के प्रयास से एस एम मासूम ने २०१० में जौनपुर को आगे लाने के लिए तीन वेब पोर्टल बनाए "हमारा जौनपुर डॉट कॉम  " जौनपुर सिटी डॉट इन " और "जौनपुर अज़ादारी डॉट कॉम" बनाया और केवल इतना ही नहीं जौनपुर में मीडिया से जुड़े प्रतिभाशाली लोगों को भी इस सोशल मीडिया की ताक़त से पहचान करवाई और उन्हें मैदान में उतारा जिनमे से कुछ बहुत कामयाबी के साथ आगे बढ़ रहे हैं |
वर्तमान में इन वेबपोर्टल पे आने वालों की संख्या एक दिन में ही पूरे विश्व से सोलह से बीस हज़ार हो जाया करती है जिस से आप सभी समझ सकते हैं की इसकी आवाज़ कितनी दूर तक पहुँच रही है |

श्री मासूम ने बताया की मेरी पूरी कोशिश रहती है की इन जौनपुर से जुड़े वेब पोर्टल द्वारा यहाँ का इतिहास यहाँ के लोगों की समस्याएं ,यहाँ की प्रतिभाओं को पूरी दुनिया तक पहुंचा सकूँ | उन्होंने कहा की आज पूरी दुनिया से लोग पांच वर्ष पूरा होने पे बधाई  दे रहे हैं लेकिन  सच ये है की पांच साल का यह कामयाब सफ़र पाठको सहयोगियों और शुभचिंतको के बिना संभव नहीं था |

हमारा जौनपुर डॉट कॉम और जौनपुर सिटी डॉट इन के संचालक श्री एस एम् मासूम से  संपर्क करने के लिए ई मेल करें |
smma59@gmail.com या फ़ोन करें  9452060283 

Saturday 16 January 2016

शिराज़-ए-हिन्द जौनपुर का एक गाँव जिसने दिए 47 आई0ए0एस0 अधिकारी।

उत्तर प्रदेश का ज़िला जौनपुर जो किसी दौर में पूरी दुनिया का शिक्षा का केंद्र था इसीलिये इसे शिराज़-ए-हिन्द के नाम से ख्याति मिली। शेर शाह सूरी ने यहीं से शिक्षा ग्रहण की। यहाँ के एक गांव कजगांव में गुज़रे दौर का हास्टल इस बात का गवाह है। जब यहाँ से दर्जनों विद्वानों की पालकी निकलती थी। वर्तमान समय में भी जनपद मुख्यालय से कोई 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सिरकोनी ब्लॉक के गांव माधोपट्टी ने एक नहीं दो नहीं बल्कि 47 आईएएस और पीसीएस अधिकारी दिए जो विभिन्न राज्यों और विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहाँ के बच्चे इसरो -भाभा, मनीला और विश्व बैंक में भी अधिकारी हैं। सबसे पहले इसका आग़ाज़ तब हुआ जब विश्वप्रसिद्ध शायर वामिक जौनपुरी के पिता मुस्तफा हुसैन ने 1914 में पीसीएस परीक्षा पास की। 1952 में इंदु प्रकाश सिंह ने आईएएस परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल की। फिर तो जैसे सिलसिला बन गया।यहाँ तक की एक ही परिवार में कई आईएएस हुये। पिछले साल गाँव की एक बहु ने पीसीएस परीक्षा में टॉप किया था। पर अफ़सोस की बात ये की किसी ने पलटकर इस गांव की सुध नहीं ली।इस अहमतरीन और क़ाबिले ज़िक्र गाँव में प्राथमिक सुविधाओं का अभाव है। टूटी सड़के है और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएँ भी नहीं नहीं हैं। ग्रामवासियों को इसके लिये दूर जाना होता है। सिर्फ एसपी सिंह जो इस समय नगर विकास सचिव हैं और गांव के बारे सोचा तो पानी की टंकी लग  बन गयी और बीएसएनएल का टावर लग गया।पर न उम्मीदी में उम्मीद की किरन तब जगी जब एक अरसे से सोशल मिडिया और इलेक्ट्रॉनिक मिडिया में चर्चित इस गांव  की सुध मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ली और माधोपट्टी गांव को जनेश्वर मिश्र ग्राम योजना में शामिल किया गया। इसके सुनते ही ग्रामवासियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी।मुख्यमंत्री के इस क़दम से गांव का हर व्यक्ति खुश है की अब ज़रूर विकास होगा।

Friday 15 January 2016

बॉलीवुड में जौनपुर की शान मशहूर चरित्र अभिनेता राजेश विवेक नहीं रहे।

 नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से शिक्षा प्राप्त मशहूर थियेटर एक्टर फिल्मो में अपने  हर किरदार को अपने अभिनय से जान फूंकने वाले  ज़बरदस्त और और प्रसिद्ध चरित्र अभिनेता राजेश विवेक का 14 जनवरी को ह्रदय गति रुकने से हैदराबाद में शूटिंग के दौरान मौत हो गयी।अपने दौर के बेहद लोकप्रिय टी वी सीरियल महाभारत में वेद व्यास का अभिनय कर अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया। और फिर इन्होंने ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। जौनपुर मुख्यालय से सुल्तानपुर रोड पर कोई लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर बक्शा ब्लॉक के सवंसा ग्राम के मूल निवासी राजेश का जन्म 31 जनवरी 1949 को हुआ था।स्वर्गीय राज बहादुर उपाध्याय और प्रेम कुमारी उपाध्याय के इस पुत्र ने अपने माँ बाप ही नहीं बल्कि अपने वतन का नाम भी रौशन किया। जौनपुर के तिलकधारी महाविधालय से प्राचीन इतिहास में परस्नातक की डिग्री प्राप्त करने वाले राजेश का नगर के जहांगीराबाद में निवास था।लगान, स्वदेश, जोशीले, वीराना, त्रिदेव,बन्टी बबली,मुझसे शादी करोगे सहित कई फिल्मो में यादगार अभिनय किया।सन1977 से 2016 तक अभिनय की दुनिया में सक्रिय रहे राजेश ने भारत एक खोज टी वी सीरियल तथा श्याम बेनेगल की जूनून में भी उल्लेखनीय अभिनय किया। कुल मिलाकर जौनपुर के इस सपूत ने थियेटर टीवी सीरियल और फिल्मो में बेहतरीन अदाकारी की।

Thursday 14 January 2016

महज़ सातवें वेतन आयोग की नहीं बल्कि आत्म सम्मान की लड़ाई। महासंघ ने चलाया जनजागरण अभियान।

जौनपुर। सातवें वेतन आयोग द्वारा प्रेषित कर्मचारी विरोधी रिपोर्ट के विरोध में कर्मचारी लामबंद होने लगे हैं ।संघर्ष और आर-पार की लड़ाई के मूड में कर्मचारियों ने उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ द्वारा आयोजित जी0 पी0 ओ0 पार्क लखनऊ में आयोजित 19 से 21 जनवरी तक के धरने में ऐतिहासिक भागीधारी करने हेतु विधिवत मोटर साइकिल जुलूस निकाल कर लोक निर्माण,सिंचाई, स्वास्थ्य,विकास भवन,कोषागार, उद्यान, कृषि विभाग के दफ्तरों में जाकर बाक़ायदा जनजागरण अभियान के तहत एक-एक कर्मचारी से संपर्क कर कहा की ये महज़ वेतन आयोग की नहीं बल्कि आत्मसम्मान की लड़ाई है ऐसे में भारी संख्या में लखनऊ धरने में पहुँच कर आत्म सम्मान और हक़ की लड़ाई तेज़ करना है। दफ्तर-दफ्तर चले इस सफल जनजागरण अभियान का नेतृत्व प्रदीप कुमार सिंह बब्बू अध्यक्ष, संजय चौधरी महामंत्री राज्य कर्मचारी महासंघ,अशोक सिंह अध्यक्ष,अजय सिंह महामंत्री मिनीस्टीरियल फेडरेशन,रामआसरे मौर्या अध्यक्ष, शिव कुमार यादव महामंत्री चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ,अच्छेलाल पाल अध्यक्ष, जितेंद्र कुमार यादव महामंत्री लो0 नि0 वि0,अजय कुमार सिंह अध्यक्ष,संजय यादव महामंत्री,स्वास्थ्य विविभाग,अशोक कुमार यादव अध्यक्ष,अखिलेश उपाघ्याय महामन्त्री सिंचाई,अशोक कुमार सिंह अध्यक्ष, अमित कुमार मिश्र महामंत्री कृषि, कर रहे थे। जुलूस में शामिल अन्य प्रमुख लोगों में प्रभु दयाल,अरविन्द यादव,प्रमोद पाठक,विनोद यादव,सुनील सिंह, उदय राज पाल,महेंद्र प्रताप यादव, प्रदीप श्रीवास्तव, विनोद दूबे, मेराजुद्दीन ख़ान,शैलेन्द्र तिवारी,अरुण कुमार सिंह, नजमुल हसन रिज़वी,राजेश कुमार सिंह,रामकेश यादव,संजय कुमार श्रीवास्तव, रूपेंद्र कुमार अस्थाना आदि रहे।

Wednesday 13 January 2016

सातवां वेतन आयोग। राज्य कर्मचारी महासंघ ने आंदोलन का बिगुल फूंका।

जौनपुर। केंद्र और प्रदेश सरकार की कर्मचारी विरोधी नीति और सातवें वेतन आयोग के लिए जो रवैया है उसे लेकर राज्य कर्मियों में रोष व्याप्त है और ये गुस्सा अब आंदोलन में तब्दील होगा। प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर प्रदेश सरकार द्वारा सातवें वेतन आयोग के विरुद्ध प्रेषित रिपोर्ट और अन्य 32 सूत्री मांगों को पूरा कराने हेतु 19से 21 जनवरी तक जी पी ओ लखनऊ पर होने वाले विशाल धरने को सफल बनाने हेतु बैठक संपन्न हुइ। सिंचाई विभाग के शिव मंदिर पर 13-1-16 को प्रदीप कुमार सिंह बब्बू की अध्यक्षता और संजय चौधरी के संचालन में चली इस बैठक में राज्य कर्मचारी महासंघ के विभिन्न घटक संग़ठन मिनिस्टीरियल एसोसिएशन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ ऐरिगशन मिनीस्टीरियल सहित अन्य संग़ठन के पदाधिकारियों ने और सक्रिय सदस्यों ने भारी संख्या में हिस्सा लिया। इंक़लाब ज़िंदाबाद, कर्मचारी एकता ज़िंदाबाद के गगन भेदी नारों के बीच इस बैठक को प्रांतीय पदाधिकारियों अजय कुमार सिंह, प्रभुदयाल,प्रमोद कुमार पाठक सहित ज़िले के नेतागण अशोक यादव,विजय कुमार मौर्या,अशोक सिंह,अच्छेलाल पाल आदि ने संबोधित किया। बैठक में सभी वक्ताओं का एक स्वर से कहना था की अब वक़्त आर-पार की लड़ाई का है और कर्मचारी लामबंद होकर अपनी ताक़त दिखायेगा और जैसा कर्मचारी चाहेंगे वैसा आयोग की रिपोर्ट लागू करना होगा। कर्मचारी हितों की रक्षा के लिए हम किसी हद तक जा सकते हैं। बैठक में सर्वसम्मत से तय हुआ की जनपद जौनपुर से इस प्रदेश व्यापी धरने में ऐतिहासिक भागीदारी की जायेगी।बैठक में उपस्थित अन्य प्रमुख लोगों में शिव कुमार,अखिलेश उपाध्याय, हीरालाल भारती,राम अजोर नागर,अशोक गौतम,राम आसरे यादव, मेराजुद्दीन खान आदि उपस्थित रहे।

Monday 11 January 2016

महान विचारक शहीद और सऊदी अरब के महात्मा गांधी के जीवन पर एक नज़र।

आम तौर पर ये धारणा है कि शहीद शेख़ बाकिर अल निम्र महज़ एक शिया धर्मगुरु थे पर ये न सच है और न ही उस व्यक्तित्व के साथ इंसाफ होगा। शेख़ बाकिर एक महान क्रन्तिकारी विचारक सऊदी अरब में जनआंदोलन के जनक सत्यवादी अहिंसावादी सत्य और न्याय के लिये सदैव संघर्षरत और नागरिक अधिकारों और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर करने वाले को अगर सऊदी अरब का महात्मा गांधी कहें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। जी हाँ साठ के दशक में सऊदी अरब में जन्मे शेख़ बाकिर अल निम्र ने प्रारंभिक शिक्षा अपने देश से प्राप्त की फिर उच्च शिक्षा सीरिया और ईरान से ग्रहण करने के बाद वापस अपने देश में आ गए और फिर शुरू हुआ ऐतिहासिक क़दम आपने एक मदरसे क़ायम की स्थापना की। आप इस बात के धुर विरोधी थे की सऊदी अरब में एक परिवार आले सऊद की तानाशाह और निरंकुश हुकूमत रहे। आप वहां लोकतान्त्रिक व्ययवस्था क़ायम करना चाहते थे। जिस देश में हुकूमत के ख़िलाफ़ उफ़ करना गुनाह हो वहां उन्होंने नागरिक अधिकारों और मानवाधिकारों की रक्षा सरकार की आतंकवाद के पोषण की नीति और जनविरोधी नीतियों के विरोध में एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया। उनके साथ हकपसंदों का एक विशाल जनसमूह था जिसमे शिया-सुन्नी दोनों बड़ी तादाद में थे।ये उनके द्वारा छेड़ी गयी क्रांति का नतीजा था की सऊदी हुकूमत को उन्हें दबे कुचलों के लिये सड़क पर निकलने के लिए सन् 2006 सन2008सन् 2009 सन 2011 में बार-बार गिरफ़्तार करना पड़ा। और आख़िर में सन 2012 में गोली मारकर गिरफ्तार करना पड़ा।और आख़िरकार सऊदी अरब की दरबारी अदालत ने सऊदी बादशाहत के दबाव में मौत का फरमान सुना दिया और 2 जनवरी 2016 को उन्हें फाँसी की सज़ा देकर शहीद कर दिया। वो सऊदी हुकूमत द्वारा प्रचलित उस साहित्य के विरोधी थे जिससे आतंकवाद पनप रहा है।आप सऊदी अरब में अखबारात और टेलीविज़न पर लगने वाली पाबन्दी के खिलाफ थे।और हुकूमत नवाज़ मीडिया के भी विरोधी।उनका मानना था की मुफ्तियों और इमामे हरम की नियुक्ति के लिये एक बोर्ड होना चाहिये।जिसमे हर फ़िरके का प्रतिनिधित्व हो। उनके अज़ीम जीवन के बारे में कम शब्दों में बयान करना आसान नहीं बस इतना कहा जा सकता है की आतंकवाद एक तानाशाह हुकूमत के ख़िलाफ़ और जन साधारण के हक़ न्याय के लिए लड़ने वाला सऊदी अरब का महात्मा गांधी शहीद कर दिया गया। पर व्यक्ति मरता है विचार नहीं। उनकी क़ुरबानी रंग लायेगी आतंकवाद और सऊदी हुकूमत नेस्तनाबूद होगी। न्याय का राज होगा।

Sunday 10 January 2016

जौनपुर में कल्लू की इमामबारगाह पर ऐतिहासिक विरोध सभा/ प्रदर्शन संपन्न। विरोध शेख़ बाकिर की फाँसी का।

जौनपुर। महान क्रन्तिकारी, विचारक, सऊदी अरब में जन आंदोलन के जनक, शहीद और पूरे सऊदी अरब में आतंकवाद के खिलाफ सबसे मज़बूत आवाज़ शेख़ बाकिर की फाँसी के खिलाफ़ पूरी दुनिया में विरोध प्रदर्शन तेज़ हो चुका है।इसी क्रम में रविवार को जौनपुर की कल्लू की इमाम बारगाह में हक़ परस्तों के उमड़े जन सैलाब के बीच ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन सभा संपन्न हुइ। उल्माओं की सरपरसती में चली इस सभा में हर मोहल्ले की अंजुमनों के कारकुन झंडा बैनर लेकरआतंकवाद मुर्दाबाद आले सऊद मुर्दाबाद सऊदी हुकूमत मुर्दाबाद लबबैक या हुसैन के गगन भेदी नारे लगाते हुये कल्लू की इमाम बारगाह पहुंचे। इस प्रोग्राम की विशेष्ता ये रही की इसमें औरतें बच्चों सहित हर धर्म और समाज के लोग शामिल रहे। मौलाना महफूज़ हसन खां इमामे जुमा जौनपुर की सदारत और असलम नक़वी के संचालन में चली इस सभा को मौलाना सफ़दर हुसैन ज़ैदी, तनवीर अब्बास शास्त्री,मेंहदी रज़ा एडवोकेट, विकास शर्मा ,गुड्डू जौनपुरी,आशीष गुप्ता,कल्बे हसन  इन्द्र भान सिंह  इंदू ,अज़ादारी कौंसिल के सदर मास्टर हाजी नसीम सहित विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं और उल्माओं ने संबोधित किया। सदारत कर रहे मौलाना महफूज़ साहब का कहना था की आतंकवाद और सऊदी हुकूमत का ख़ात्मा निश्चित है और शेख़ बाकिर की क़ुरबानी और शहादत रंग लायेगी पूरी दुनिया का हक़परसत और मज़लूम एक होकर ज़ालिम ज़ुल्म और आतंकवाद को तबाह कर देगा और पूरी दुनिया में अमन का राज होगा। इस तारीख़ी विरोध प्रदर्शन को कामयाब बनाने में शहर के सभी अज़ादार हक़परसत सभी धर्मगुरुओं अज़ादारी कौंसिल की मुख्य भूमिका रही। अंत में कल्लू की इमामबारगाह के मुतवल्ली मुन्ना अकेला,तहसीन शाहिद,शहज़ादे,गुड्डू जौनपुरी,शोएब, मंज़र हुसैन डेज़ी,सयैद हैदर(जावेद) ने सभी का आभार प्रकट किया।

Tuesday 5 January 2016

आज़मगढ़ ज़िला मुख्यालय पर उमड़ा जनसैलाब।शेख़ बाकिर की फाँसी का विरोध।

आजमगढ़ ज़िला मुख्यालय पर आयतुल्लाह शेख़ बाकिर की फाँसी के विरोध में जनसैलाब उमड़ पड़ा। मंगलवार को सुबह से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हर गली मोहल्ले से हाथों में काले झंडे और तख्तियां लिए हुये सऊदी हुकूमत मुर्दाबाद,आतंकवाद मुर्दाबाद,बाकिर तेरे अरमानो को मंज़िल तक पहुंचाएंगे के नारों के साथ ज़िला मुख्यालय की तरफ बढ़ना शुरू किया। देखते-देखते दोपहर होते-होते पूरा कलेक्ट्री चौराहा प्रदर्शनकारियों से जाम हो गया। चारों तरफ सिर्फ प्रदर्शनकारियों के कुछ दिख नहीं रहा था।फिर ये उत्साही जुलूस महाराजा अग्रसेन चौक एसएसपी कार्यालय होते हुये।सीधे उपजिलाधिकारी सदर कार्यालय पहुंचा जहाँ उच्चायुक्त सऊदी अरब को संबोधित विरोध स्वरुप आक्रोशित पत्रक सौंपा। मौलाना ज़मीरुल हसन बनारस जुलुस की सदारत कर रहे थे इनके साथ-साथ मौलाना इक़रार हुसैन,मौलाना नदीम असग़र,मौलाना ऐजाज़ हसनैन सहित कई उलमा मौजूद रहे। इस विशाल और ऐतिहासिक प्रदर्शन को कामयाब बनाने में ज़ीशान अली, असग़र मेहदी नजमी,अज़ादार हुसैन चुन्ना,जज़्बी मोहम्दाबाद,फरमान हैदर,जमील हैदर, रेहान आज़मी,अरशद हुसैन,शकील हैदर आदि ने पुरज़ोर कोशिश की। जुलूस में शामिल अन्य प्रमुख लोगों में जर्रार हुसैन,एहतेशाम हुसैन,हाशिम,ज़फर आज़मी,तनवीर अहमद आदि रहे। कार्यक्रम की सफलता पर आयोजकों ने सभी का शुक्रिया अदा किया। इस सफल प्रोग्राम की एक विशेष्ता और रही की इसमें हर धर्म और हर वर्ग के लोग शामिल रहे।

Monday 4 January 2016

जौनपुर में शाही किला गेट पर विशाल विरोध सभा संपन्न।

आतंकवाद मुर्दाबाद , सऊदी हुकूमत मुर्दाबाद,के गगन भेदी नारों के बीच शेख़ बाकिर निम्र के फाँसी के विरोध में शाही किले पर विशाल ऐतिहासिक सभा संपन्न हुई। इस ऐतिहासिक विशाल विरोध सभा को संबोधित करते हुये सभी वक्ताओं ने एक स्वर से सऊदी हुकूमत के इस कृत्य की निंदा करते हुये कहा की शेख़ बाकिर का नाम पूरी दुनिया में ज़िंदा है और आतंकवाद के विरोध का प्रतीक है पर सऊदी हुकूमत और आतंकवाद का ख़ात्मा निश्चित है। विरोध सभा में उमड़े जनसैलाब से उत्साहित वक्ताओं ने कहा की ये तो महज़ झांकी और अभी बड़े प्रदर्शन की तैयारी है। वक्ताओं ने सचेत किया की आतंकवाद की हमदर्द और सहयोगी सऊदी हुकूमत का चेहरा पूरी दुनिया में बेनक़ाब हो चुका है। विरोध सभा की सदारत हाजी मीर असग़र ने तथा संचालन तनवीर अब्बास शास्त्री ने किया। धरना सभा को मौलाना महफ़ुज़ूल हसन, मौलाना सफ़दर हुसैन ज़ैदी , असलम नक़वी, प्रिंस, बाक़र मेहदी रिज़वी सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों ने संबोधित किया।प्रोग्राम को सफल बनाने में अहमद अली प्यारे भाई, रूमी,मीसम,रमी मिर्ज़ा,मीज़म,रहबर साजिद  माजिद,ताहिरआदि का सक्रिय योगदान रहा।अज़ादारी कौंसिल के सदर मास्टर नसीम , गुडडू जौनपुरी सहित सभी पदाधिकारी भी पूरी सक्रियता से उपस्थित रहे। इस अवसर पर क़मर हसनैन दीपू,आज़म ज़ैदी आदि उपस्थित रहे।अंत में आयोजकों ने शहर के कोने-कोने से आये लोगों का शुक्रिया अदा किया।

Sunday 3 January 2016

आजमगढ़ में मंगलवार 5 जनवरी को रिक्शा स्टैंड पर विशाल धरना/प्रदर्शन। शेख़ बाकिर की फाँसी से आक्रोश।

आतंकवाद को जड़ से मिटाने, आतंकवाद के समर्थकों हमदर्दों को नेस्तनाबूद करने और आयतुल्लाह शेख़ बाकिर की फाँसी के विरोध में आजमगढ़ में 5 जनवरी दिन मंगलवार को समय 1 बजे रिक्शा स्टैंड पर विशाल धरना/प्रदर्शन आयोजित किया गया है।ग़ौरतलब है किआतंकवाद  की समर्थक एवं पोषक सऊदी हुकूमत द्वारा सत्यवादी अहिंसावादी सऊदी अरब के नागरिक अधिकारों, मानवाधिकार की सुरक्षा और आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ने वाले मुजाहिद शेख़ बाकिर निम्र को फाँसी दिए जाने के बाद से पूरे विश्व में शिया समुदाय आक्रोशित है।इसी क्रम में रविवार को आजमगढ़ में रात्रि 8 बजे अज़खानाये अबुतालिब मोहल्ला कटरा में शिया समाज के लोगों ने आपात बैठक की। अज़ादार हुसैन चुन्ना की सदारत तथा असग़र मेहँदी नजमी के संचालन में चली इस बैठक में मंगलवार को रिक्शा स्टैंड पर ऐतिहासिक विशाल धरना/प्रदर्शन आयोजित किया गया। बैठक में उपस्थित लोगों ने एक स्वर से आजमगढ़ के अमनपसंदों से भारी तादाद में पहुचने की अपील की है। ग्रामीण अंचलों से भी काफी संख्या में लोग पहुँचने की उम्मीद है।बैठक में उपस्थित प्रमुख लोगों में सर्वश्री जमालभाई ज़ीशान अली, जर्रार हुसैन,एहतेशाम हुसैन, जमील हैदर,तनवीर अहमद,हाशिम, ज़फर आज़मी, वसीम माहुल आदि रहे।

जौनपुर में शाही किला गेट पर विशाल विरोध सभा आज। समाज के अमनपसंदों से शिरकत की अपील।

इस दुनिया के अब तक के इतिहास में आतंकवाद से सीधी जंग हज़रत इमाम हुसैन और उनके चाहने वालों ने लड़ी है। यही वजह है की अधिकतर इनके निशाने पर हुसैनी होते हैं और अबतक सबसे अधिक क़ुरबानी हुसैनियों ने ही दी है। ये अलग बात की अमेरिका और फ्रांस में जब कोई घटना हो तो देश से लेकर अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ख़ूब हाईलाइट करता है पर जब हुसैनी समाज के हज़ारों लोग आतंकवादी हमले में शहीद होते हैं शेख़ बाकिर जैसे योद्धा को सऊदी अरब की आतंकवाद समर्थक हुकूमत फाँसी देती है तो जैसे मीडिया को सांप सूंघ जाता है। आतंकवाद के विरोध में घंटों बहस करने वाले शेख़ बाकिर जैसे आतंकवाद के विरोध में लड़ने वाले सच्चे सिपाही की फाँसी पर कुछ नहीं कहते। ऐसे दोहरे मापदंडों से आतंकवाद के विरोध की लड़ाई कमज़ोर पड़ती है। आज सोमवार को जौनपुर के हुसैनी समाज ने शाही किला गेट पर विशाल विरोध सभा का आयोजन कर समाज के सभी अमनपसंदों को आमंत्रित किया है। हुसैनी समाज का आवाहन है की आइये आतंकवाद के विरोध की लड़ाई तेज़ करते हुये शेख़ बाकिर की क़ुरबानी को याद किया जाय।

शेख़ बाकिर की फाँसी का प्रकरण गरमाया।जौनपुर में सोमवार को शाही किला पर विरोध सभा।

पूरे सऊदी अरब में आतंकवाद के ख़िलाफ़ सबसे मज़बूत आवाज़ मानवाधिकार के रक्षक और नागरिक अधिकारों के लिए निरंतर संघर्षरत शिया धर्मगुरु शेख़ बाकिर की फाँसी से शिया समुदाय में ज़बरदस्त रोष व्याप्त है। इसी क्रम में रविवार को एक बैठक का आयोजन किया गया। प्यारे भाई की सदारत में चली इस बैठक को संबोधित करते हुये सभी का एक स्वर से कहना था की सऊदी हुकूमत आतंकवाद की पोषक और सहयोगी है जो भी आतंकवाद का विरोध करेगा उसे ये फाँसी दे देगें। वक्ताओं का कहना था की शेख़ बाकिर की क़ुरबानी रंग लायेगी और आतंकवाद उनके समर्थक हमदर्दों का दुनिया से सफाया होगा। बैठक में उपस्थित लोगों ने सभी अंजुमनों शिया धर्मगुरुओं से तथा ज़िम्मेदार लोगों से संपर्क कर विशाल शांति मार्च/प्रदर्शन ज़िला मुख्यालय पर किया जायेगा। आहत शिया समाज ऐतिहासिक प्रदर्शन कर अपना रोष प्रकट करेगा। इस सिलसिले में सोमवार को एक विरोध सभा का आयोजन शाही किला गेट पर सांय 3 बजे किया गया है। जिसमे हर समाज के अमनपसंद लोगों को आमंत्रित किया गया है। बैठक में प्रमुख रूप से मेंहदी हसन रूमी,अ रमी मिर्ज़ा,मीज़म ,कुमैल आदि लोग उपस्थित रहे। सदारत कर रहे प्यारे भाई ने सोमवार की सभा कामयाब करने की अपील की है।

Saturday 2 January 2016

आतंकवाद के ख़िलाफ़ संघर्षरत शेख़ बाकिर को सऊदी में फाँसी।


आतंकवाद के ख़िलाफ़ पूरी ज़िन्दगी संघर्ष करने वाले सऊदी अरब के नागरिकों के अधिकारों और मानवाधिकार की रक्षा के लिए लड़ने वाले आयतुल्लाह शेख़ बाकिर निम्र को सऊदी हुकूमत ने अन्य 46 लोगों के साथ फाँसी दे दी गयी।सऊदी अरब हुकूमत का असली चेहरा सामने आया जब सऊदी अरब के प्रसिद्ध शीया धर्मगुरु और संघर्ष करता शेख़ बाकिर निम्र को फाँसी दी गयी।पहले ही पूरी दुनिया के पैमाने पर सऊदी हुकूमत को लादेन isis सहित अन्य आतंकवादी संगठनो को मदद करने के आरोप लगते रहे हैं।शेख बाकिर ने जीवन भर सऊदी शासकों के किर्या कलापों  की आलोचना की और कहते थे की अंतिम साँस तक वह सऊदी अरब के नागरिकों के अधिकारों के लिये लड़ते रहेंगे। हक़ न्याय नागरिक अधिकारों की सुरक्षा और आतंकवाद के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन और लड़ते रहने के कारण उन्हें कई बार गिरफ्तार भी किया गया और भारी जनसमर्थन के चलते उन्हें रिहा भी किया गया। कहाँ तो पूरी दुनिया में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की बात कही जाती है वहीँ न्याय और हक़ के खिलाफ विपरीत हालात में लड़ने वाले  आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करने वाले सत्यवादी मुजाहिद को फाँसी दी जाय ये कहाँ का न्याय है। सनद रहे की ईरान सहित विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं  और मानवाधिकार केंद्रों ने सऊदी हुकूमत को सचेत किया था की वो इस कृत्य से बाज़ आय। बहरहाल सऊदी हुकूमत का चेहरा बेनक़ाब हुआ और आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ने वाला एक सच्चा सिपाही शहीद हुआ। क्या दुनिया अब भी सऊदी हुकूमत  के दोहरे चरित्र को समझेगी। बेशक शेख बाकिर की क़ुर्बानी बेकार नहीं होगी । आतंकवाद और उनके सहयोगियों के खिलाफ जंग तेज़ होगी।

Friday 1 January 2016

मछलीशहर का तारीख़ी 60 वां ईदमिलादुन्नबी का जुलूस संपन्न।

जौनपुर। मुख्यालय से कोई 30 किलोमीटर की दूरी पर इलाहाबाद् रोड पर स्थित तहसील मछलीशहर का ऐतिहासिक 60 वां ईदमिलादुन्नबी का जुलूस गुरुवार की शाम साढ़े पांच बजे शुरू होकर सुबह साढ़े पांच बजे ख़तम हुआ।अपने परम्परागत रास्ते नवाब युसूफ रोड से उठकर सरांय होते हुये शाही रोड की तरफ से जामा मस्जिद के मैदान में ख़त्म हुआ।60 साल पुराने इस ऐतिहासिक जुलूस में स्थानीय 12 तथा बाहरी अंजुमनों ने भाग लिया। इस तारीख़ी जुलूस में जौनपुर प्रतापगढ़ और इलाहाबाद के काफी तादाद में लोगों ने शिरकत की। जुलूस में 30 फिट के 12 परचम भी रहे। जो काफी चर्चा में थे।इस मौके पर सारी मस्जिदों को दुल्हन की तरह सजाया गया था।सीरत कमेटी के सदर शमसुल इस्लाम महासचिव महमूद अहमद अंसारी। सामाजिक कार्यकर्त्ता नज़रुल इस्लाम और मेराजुद्दीन ख़ान ने सभी अंजुमनों सजावट कमेटियों और आये हुये लोगों का शुक्रिया अदा किया।