Thursday 7 April 2016

नीतीश के बिहार में शराब बंद और अखिलेश के उत्तर प्रदेश में कब?

सदियों से समाज को गर्त में ले जाने घर परिवार को उजाड़ने और तमाम तरह की बुराइयों की प्रमुख वजह शराब है।पर सरकार और नेता के अंदर इसको प्रतिबंधित करने की इच्छा शक्ति नहीं रही क्योंकि आबकारी विभाग इससे बड़े पैमाने पर राजस्व की प्राप्ति करती है जो सरकार चलाने में सहायक है और बड़े पैमाने पर शासन-सत्ता से जुड़े लोगों का ख़ुद शराबी होना है। पर क्या राजस्व प्राप्ति और ख़ुद की बुराई के लिए इस बुराई को बनाये रखना कहाँ का न्याय जो बेशक समाज की बुराइयों की वजह है। देश -समाज बचाना अहम् है या राजस्व? बहरहाल नीतीश कुमार ने इच्छा शक्ति दिखाई चुनावी वादा पूरा किया और साहसिक क़दम उठाया है। बिहार अब गुजरात सहित उन 4 राज्यों में शामिल है जहाँ शराब पर प्रतिबन्ध है तो अखिलेश के यूपी में कब होगा ऐसा क्या उनमे है इच्छा शक्ति देश-समाज बचाने की। शराब बंद करने की?

No comments:

Post a Comment