Friday 5 February 2016

जौनपुर की बदलती तस्वीर के प्रतीक डी एम भानुचंद्र गोस्वामी।

शिराज़-ए-हिन्द जौनपुर जो अपने गौरवशाली इतिहास के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है।परन्तु बदलते वक़्त के साथ ये विकास की दौड़ में पिछड़ता चला गया।बरसात में सड़कों पर जलजमाव,नालों-नालियों का पट जाना,उनपर अवैध कब्ज़ा कर निर्माण, संकरी सड़कें,जाम, चौराहों की बिगड़ी शक्ल, मनमाने बेशुमार अतिक्रमण और सौन्दरीकरण के नाम पर तो मानो कुछ भी नहीं। पूरे शहर में हरियाली और पार्क के नाम पर सिर्फ शाही किला। पर जौनपुर की तस्वीर बदलने का काम तो मालिक ने जिलाधिकारी भानुचंद गोस्वामी के हाथों लिखा था।सड़कों का चौड़ीकरण, अतिक्रमण का ध्वस्तीकरण, नालों और नालियों का जीर्णोद्धार, सौन्द्रियकरण की नई तारीख़ लिखने और जौनपुर की तस्वीर बदलने , एक ख़ूबसूरत शहर बनाने को मानो उन्होंने मिशन बना डाला। जो बग़ैर ज़बरदस्त इच्छा शक्ति के ये मुमकिन नहीं था।पूरे शहर में ये कार्य प्रोजेक्ट और वॉर लेवल पर चल रहा है।और रात-दिन इस कार्य पर नज़र बनाये रखना, स्थल निरीक्षण, मीटिंग, और कठोर परिश्रम के नतीजे अब दिखने लगा है।पार्कों का निर्माण, नए पुल के दोनों तरफ जोगियापुर में लिंक मार्ग का निर्माण,बिजली के खम्भों का उचित स्थान पर शिफ्टिंग आदि। अब बस कुछ वक़्त और बीतने दीजिये आप-अपने शहर को पहचान नहीं पाएंगे।और हरे-भरे, ख़ूबसूरत और साफ-सुथरे सुसज्जित और व्ययवस्थित शहर जिस पर हर जौनपुर वासी को फ़ख्र होगा उसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ लोकप्रिय डी ऍम जौनपुर भानुचंद गोस्वामी जी को जाता है। हम चाहते हैं की अपने इस मिशन को वो ज़रूर पूरा करें।और वो तो जौनपुर से अब ऐसे वाबस्ता हैं कि जब भी आधुनिक सुन्दर और विकसित जौनपुर का ज़िक्र होगा बिना हरदिल अज़ीज़ डी ऍम जौनपुर भानुचंद गोस्वामी जी के अधूरा होगा।

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