Saturday 26 December 2015

जौनपुर की हैरतअंगेज़ घटना। पिंजरे में क़ैद हुआ तेंदुआ लोगों ने ली राहत की साँस।

जौनपुर जनपद को उस समय हैरत अंगेज़ घटना का सामना करना पड़ा जब शुक्रवार को जनपद मुख्यालय से कोई 5 किलोमीटर की दूरी पर मल्हनी रोड पर डेरवा रामपुर गावँ जो एक दम सड़क के किनारे स्थित है। खेत में काम कर रहे किसानो ने तेंदुआ देखा। बहरहाल पूरी सूझबूझ से ग्रामीणों ने उसे क़ाबू करने की कोशिश की पर वो तीन लोगों को ज़ख़्मी करता हुआ एक घर में घुस गया। इलाके की पुलिस फ़ोर्स ने बहादुरी का परिचय देते हुये महिलाओं का महफूज़ बाहर निकाला और चैनल गेट के अंदर उसे बंद किया। ये भी मालिक की मेहरबानी और इत्तेफ़ाक़ की उस घर में चैनल गेट था। परंतु उस तेंदुए को पकड़ने में पूरे 24 घंटे लग गये। जब कानपुर वाराणसी और लखनऊ की टीम ने विशेष् अभियान चलाकर  अंततः उसे पिंजरे में क़ैद कर लिया। इस दौरान उसे बेहोशी का इंजेक्शन देना पड़ा। वन विभाग के अधिकारीयों का कहना था की शहर से सटे रिहायशी इलाके में इसका आना हैरत अंगेज़ है ये ज़रूर जंगल से नदी किनारे भटककर यहाँ तक पहुंचा होगा बहरहाल चाहे जो हो उसके क़ैद होने पर लोगों ने राहत की साँस ली है।वरना ये ख़तरनाक भी साबित हो सकता था।अफरा तफरी और दहशत का आलम ये था की आस-पास के इलाके के लोगों ने तेंदुए के पकडे जाने तक खौफ़ में वक़्त बीता। डर ये था कि कहीं और भी न हो और हमला कर दे। कुल मिलकर एक बड़ा हादसा और अनहोनी होने से बच गयी। तेंदुआ इतना खूंखार था कि उसे बेहोशी का इंजेक्शन दो बार देना पड़ा। जैसे ही वो बेहोश हुआ पलक झपकते उसे जाल डालकर गिरफ्त में लिया गया। जब पिंजरे में पहुँचने के बाद उसे होश आया तो उसकी दहाड़ ज़बरदस्त थी।

No comments:

Post a Comment